पीपल का पेंड


Ishwar GurjarJuly 12 at 11:40pm ·
मेरे गाँव का एक पीपल का पेड जिससे मेरा बेनाम रिश्ता है । यादों में धुँधला है कुछ, लेकिन ये दरख्त जिन्दा है मेरे जेहन में।
बचपन के अनगिनत लम्हों का गवाह है ये
पेड सिर्फ पेड ही नहीं मेरी यादों का जिंदा दस्ता है । क्या आपके जेहन में भी किसी दरख्त की अमिट छाप है?
तो उसे याद करके देखो अपना सा सकून मिलेगा ✒ ✒ ✒ - - - -ईश्वर गुर्जर - - -

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